मिलावटी खोया खाने से गर्भाशय व अण्डाशय में रसौली का खतरा
हृदय, लीवर, व किडनी को फेल करता मिलावटी खोया
मिलावटी खोया कहीं बीमार न कर दें।
शरीर को खोखला करता सफेद मीठा जहर ।
रंगीली मिठाई व नकली चाँदी वर्क स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
मिलावटी खोये को ताजा बनाये रखने के लिए फार्मेनिल का प्रयोग कैंसर का कारण
अत्यधिक सेवन से पीलिया, पौष्टिक अल्सर व खूनी पेचिस का खतरा
राधाकृष्ण शुक्ला
कानपुर। आरोग्य धाम ग्वालटोली में त्योहार में स्वास्थ्य विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य शहरवासियों को त्योहार के समय स्वास्थ्य के प्रति जागररूक रहने के साथ-साथ मिलावटी खोए से तैयार मिठाइयों के फलस्वरूप होने वाले दुष्प्रभाव एवं उपचार के विषय में बताया गया। संगोष्ठी को आयोजित करते हुए आरोग्य धाम के होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ० हेमन्त मोहन ने बताया कि नकली खोए में आरारोट रिफाइण्ड, ऑयल, डालडा, निरमा, आलू, शकरकंद, चावल की माढ़ी एवं सस्ते मिल्क पाउडर मिलाकर तैयार किया जाता हैं। उन्होंने बताया कि इसमें मौजूद आरारोट आंतो व लिवर सिरोसिस के साथ-साथ लीवर कैंसर का प्रमुख कारण है। आरोग्य धाम की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ० आरती मोहन ने बताया कि गर्भावस्था में इसका सेवन करते रहने से महिलाओं में उक्त रक्त चाप के साथ -साथ नवजात शिशु के मानसिक व शारीरिक विकास पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। डॉ० आरती मोहन ने बताया कि मिलावटी खोए को ताजा बनाए रखने के लिए फार्मालिन का प्रयोग करते है जिसकी वजह से फीमेल हार्मोन में गड़बड़ी की वजह से मासिक धर्म में अनियमिताओं के चलते गर्भाशय में कैंसर होने का खतरा बना रहता है। वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ० अली अब्बास ने बताया कि इसमें अत्यधिक निरमा एवं मिलावटी डिटरजेन्ट मिलाने से शरीर में सूजन होने के साथ-साथ किडनी फेल होने का खतरा बना रहता है। शरीर में कोलेस्ट्राल एवं टाई ग्लिसरॉयड बढ़ जाते है ।
निम्न लक्षणों से सावधान – शरीर में पौष्टिक व डयूडोनल अल्सर, अपच, सीने में जलन खून की कमी, आंतों में सूजन, भूख कम लगना, स्किन में काले चकत्ते पड़ना मुँह में लगातार छालें का रहना । मल व मूत्र में रक्त आना, थकावट, कमजोरी जी मिचलाना, घबराहट, अनिद्रा, बुखार, लगना, चमड़ी में काले चकत्ते पड़ना (स्किन कैंसर)
नकली व असली खोये में पहचान– नकली खोए में आयोडीन मिलाने पर रंग नीला पड़ जाता है । यदि रंग पीला पड़ जाए तो खोया असली है। नकली खोया खाने पर जबान में घी जैसा चिपक जाता है। मिलावटी खोया रगड़ने पर चिकनाई देता है। मिलावटी खोये को गरम करने पर अत्यधिक घी निकलता है। हाथ में रगड़ने पर असली खोए के दाने अलग-अलग हो जाते है। आरोग्य धाम के डॉo हेमन्त मोहन ने फूड एवं ड्रग अर्थोरटी (एफ०डी०ए०) से मांग की है त्योहार के मौके पर शरीर से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है। संगोष्ठी में चिकित्सकों ने घर में दूध से ताजा खोया निकालने के लिए शहरवासियों को स्वास्थ्य के लिए लाभकारी बताया। संगोष्ठी में डॉ० रवीन्द्र शुक्ला, डॉ0 अभिषेक सिंह, डॉ० सुनील सिंह, डॉ० अंकेश अरोड़ा, डॉ० प्रज्ञा पाण्डेय डायटीशियन शीला चौबे आदि रहे