बाराबंकी। हैदरगढ़ मार्ग स्थित पूरे रुद्रा गांव में जिला पंचायत द्वारा कराए जा रहे नाले के निर्माण में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। लाखों की लागत से हो रहे निर्माण में नाले के बेड में न तो मिट्टी की कुटाई की गई और न ही सरिया डाला गया। जेसीबी से खुदाई के बाद सीधे सूखी गिट्टी, मोरंग और सीमेंट से मसाला डालकर निर्माण कार्य किया जा रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए विरोध दर्ज कराया, लेकिन ठेकेदार की मनमानी के आगे ग्रामीणों की एक नहीं सुनी गई। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की लापरवाही से नाले की उम्र बहुत ही कम रह जाएगी।
गौरतलब है कि इससे पहले भी इसी गांव में लगभग 200 मीटर नाले के निर्माण की स्वीकृति मिली थी, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बावजूद महज 100 मीटर ही निर्माण हो सका है।
कोठी कस्बे में भी महेश के दरवाजे से शुरू हुआ नाला निर्माण इसी तरह की अनियमितता का शिकार है।
इस संबंध में जिला पंचायत के अवर अभियंता अजय मिश्रा का कहना है कि यदि निर्माण कार्य में गड़बड़ी पाई जाती है तो जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी और निर्माण कार्य दोबारा कराया जाएगा।वही ग्रामीण का आरोप है कि नाले में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा कहीं न कहीं अधिकारियों की मिली भगत हो सकती है
संवाददाता रामकुमार वर्मा