Thursday, December 11, 2025
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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा पांच दिवसीय आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट का हुआ समापन….

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अजय श्रीवास्तव 

शुक्लागंज,उन्नाव। गंगाघाट सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उन्नाव द्वारा पांच दिवसीय आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट का समापन रविवार को श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिनी स्टेडियम सरैया में हुआ।फाइनल मैच चेज मास्टर तथा एन एन फोनिक्स के मध्य हुआ जिसमें एन एन फोनिक्स टीम के खिलाड़ी विजई हुए।

विजेता टीम को प्रांत सह मंत्री शिखर अवस्थी,विभाग संगठन मंत्री विकास त्रिपाठी, नगर अध्यक्ष अभिषेक तिवारी,मोहित अग्निहोत्री ने ट्राफी एवं पुरुस्कार राशि देकर सम्मानित किया।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उन्नाव द्वारा आयोजित शहीद भगत सिंह स्मृति क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन दिवस पर मुख्य अतिथि उन्नाव सदर विधायक पंकज गुप्ता , वरिष्ठ भाजपा नेता एवं निदेशक IFFDC आनंद अवस्थी,नवनियुक्त भाजपा उन्नाव के जिलाध्यक्ष अनुराग अवस्थी तथा विशेष पदाधिकारी मुख्य रूप प्रतियोगिता के मुख्य सहयोगी विजन अकादमी के संचालक मोहित अग्निहोत्री, अभिषेक गुप्ता अभविप प्रांत कार्यसमिति सदस्य क्षितिज अग्निहोत्री, जिला सह संयोजक अनंत शुक्ला,नगर मंत्री विपिन रावत, सह मंत्री कृषांक,आशुतोष,अगम शुक्ला,योगेश तिवारी, विकास सेंगर तथा,सचिन शर्मा समेत सैकड़ों खिलाड़ी एवं दर्शक उपस्थित रहे।

जब तक महिमा का ज्ञान न हों तब तक श्रध्दा नहीं : अनूप ठाकुर महाराज

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हरदोई । ग्राम ग्राम लोनार में प्रारंभ हुई श्रीमद्भागवत के प्रथम दिवस में असलापुर धाम से पधारें सुप्रसिद्ध कथावाचक अनूप ठाकुर जी महाराज ने प्रथम दिवस की कथा को सुनाते हुए भागवत जी के महात्म्य का वर्णन किया! महाराज जी ने कहा कि जब तक हम सामने वाले व्यक्ति को जानते नहीं हैं  तब हमारे ह्रदय में उसके प्रति श्रध्दा उत्पन्न नहीं होती हैं तो हम सब जाने की भागवत क्या हैं इसके सुनने से क्या होता हैं परिक्षित जी ने इसें क्यों सुना! भागवत भक्ति ज्ञान वैराग्य का मिश्रण हैं, भागवत कथा शक्ति देने वाली हैं भागवत की कथा मुक्ति को देने वाली है, भागवत की कथा भक्ति को देने वाली हैं!

प्रमाण देते हुए अनूप ठाकुर ने कहा कि जो ज्ञान वैराग्य कलयुग के प्रभाव से बूढ़े हों गये थे भागवत सुनने से शक्ति प्राप्त करके तरुण हुए, महान खल धुंधकारी जो प्रेत योनि में चला गया था भागवत जी को सुनने से मुक्ति प्राप्त हुई, परिक्षित जो को श्राप का भय था जो कि भागवत कथा सुनने से अभय हो गयें और भक्ति जागृत हो गयीं परिक्षित जी का भागवत कथा सुनने से उद्धार हुआ ये सप्ताहिक परिपाटी वहीं से चली आ रहीं हैं! आयोजक परिक्षित रानू सिंह सप्तनीक, रामबाबू पाठक, सत्येंद्र सिंह, संजीव कुमार सिंह डब्बू, उक्कू सिंह, राघवेन्द्र सिंह, आलोक सिंह ईनायतपुर,समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहें…..

राणा सांगा को लेकर की गई टिप्पणी पर विवाद गहराता जा रहा, राष्ट्रवादी ब्राह्मण समाज ने कड़ी कार्यवाही करने की मांग की

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विवेक सिंह

कानपुर (नगर संवाद)। आगरा के सपा सांसद रामजीलाल द्वारा राज्यसभा में राणा सांगा को लेकर की गई टिप्पणी पर विवाद गहराता जा रहा है। पहले करणी सेना ने इस बयान के खिलाफ विरोध जताया, और अब हिंदू संगठनों ने भी कड़ा विरोध दर्ज कराया है।

यह कहाँ है राष्ट्रिय ब्राह्मण समाज का ….

इसी कड़ी में राष्ट्रवादी ब्राह्मण समाज ने सपा सांसद के बयान की निंदा की है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पंडित सुरेंद्र अग्निहोत्री, प्रदेश महामंत्री पंडित पियूष कान्त मिश्र और संरक्षक पंडित राम प्रकाश मिश्र एव मुकेश दीक्षित (अध्यक्ष-कानपुर मण्डल युवा प्रकोष्ठ) ने मिलकर कहा कि भारत के वीर सपूतों के प्रति की गई अनवांछित टिप्पणियां निंदनीय हैं। उन्होंने कहा कि राणा सांगा जैसे महान योद्धाओं ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज और संस्कृति की रक्षा में समर्पित किया, ऐसे में इस तरह की अमर्यादित टिप्पणियां अस्वीकार्य हैं।

केंद्र व प्रदेश की सरकार से की मांग ….

राष्ट्रवादी ब्राह्मण समाज ने केंद्र और प्रदेश सरकार से मांग की है कि ऐसे बयान देने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी इस प्रकार की उदंडता करने का साहस न कर सके।

अटल घाट !  गूगल गोल्डन बाबा एवं पूर्ण गुरु श्री करौली शंकर महादेव  द्वारा नव वर्ष की पूर्व संध्या पर होगी माँ  गंगा की आरती…

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कुंभ की सफलता के लिए योगी जी को प्रेषित करेंगे संदेश…..

कानपुर (नगर संवाद)। कानपुर निवासी  गूगल गोल्डन मैन “स्वामी मनोजानंद महाराज”  ने अपने काकादेव निवास पर  दैनिक नगर संवाद से वार्ता कर बताया कि आने वाली  29 मार्च नक्संत्सर की पूर्व संध्या में अटल घाट पर माँ गंगा की महा आरती का भव्य आयोजन किया जा रहा है।  जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में पूर्ण गुरु श्री करौली शंकर महादेव जी मौजूद रहेंगे। इस धार्मिक अनुष्ठान में भजन सन्ध्या एवं महाआरती, सनंतनी परम्परा के कार्यक्रम के उपरांत प्रसाद का वितरण किया जाएगा। 

इस आयोजन का उद्देश्य हिन्दू नववर्ष का शुभारंभ करना है। सनातनी अपने- अपने घरों में भगवा ध्वज लगाएं, घरों में दीपक जलाएं और श्रीरामचरितमानस व सुंदरकांड का पाठ कर  हिन्दू नववर्ष का आगाज भक्ति मय होकर करें। नशा मुक्त, रोग मुक्त समाज का निर्माण करना ही उद्देश्य है।

कार्यक्रम के उपरांत कुंभ की सफलता के लिए उत्तर प्रदेश के यशश्वी मुख्यमंत्री  योगीआदित्यनाथ जी को गूगल गोल्डन मैन “स्वामी मनोजानंद महाराज” कुम्भ के सफल आयोजन के लिए  प्रेषित करेंगे  शुभकामना संदेश।

मिलावटी खोया स्वास्थ्य के लिए हानिकारक -डॉ हेमंत मोहन…

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मिलावटी खोया खाने से गर्भाशय व अण्डाशय में रसौली का खतरा

हृदय, लीवर, व किडनी को फेल करता मिलावटी खोया

मिलावटी खोया कहीं बीमार न कर दें।

शरीर को खोखला करता सफेद मीठा जहर ।

रंगीली मिठाई व नकली चाँदी वर्क स्वास्थ्य के लिए हानिकारक

मिलावटी खोये को ताजा बनाये रखने के लिए फार्मेनिल का प्रयोग कैंसर का कारण

अत्यधिक सेवन से पीलिया, पौष्टिक अल्सर व खूनी पेचिस का खतरा

राधाकृष्ण शुक्ला

कानपुर। आरोग्य धाम ग्वालटोली में त्योहार में स्वास्थ्य विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य शहरवासियों को त्योहार के समय स्वास्थ्य के प्रति जागररूक रहने के साथ-साथ मिलावटी खोए से तैयार मिठाइयों के फलस्वरूप होने वाले दुष्प्रभाव एवं उपचार के विषय में बताया गया। संगोष्ठी को आयोजित करते हुए आरोग्य धाम के होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ० हेमन्त मोहन ने बताया कि नकली खोए में आरारोट रिफाइण्ड, ऑयल, डालडा, निरमा, आलू, शकरकंद, चावल की माढ़ी एवं सस्ते मिल्क पाउडर मिलाकर तैयार किया जाता हैं। उन्होंने बताया कि इसमें मौजूद आरारोट आंतो व लिवर सिरोसिस के साथ-साथ लीवर कैंसर का प्रमुख कारण है। आरोग्य धाम की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ० आरती मोहन ने बताया कि गर्भावस्था में इसका सेवन करते रहने से महिलाओं में उक्त रक्त चाप के साथ -साथ नवजात शिशु के मानसिक व शारीरिक विकास पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। डॉ० आरती मोहन ने बताया कि मिलावटी खोए को ताजा बनाए रखने के लिए फार्मालिन का प्रयोग करते है जिसकी वजह से फीमेल हार्मोन में गड़बड़ी की वजह से मासिक धर्म में अनियमिताओं के चलते गर्भाशय में कैंसर होने का खतरा बना रहता है। वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ० अली अब्बास ने बताया कि इसमें अत्यधिक निरमा एवं मिलावटी डिटरजेन्ट मिलाने से शरीर में सूजन होने के साथ-साथ किडनी फेल होने का खतरा बना रहता है। शरीर में कोलेस्ट्राल एवं टाई ग्लिसरॉयड बढ़ जाते है ।
निम्न लक्षणों से सावधान – शरीर में पौष्टिक व डयूडोनल अल्सर, अपच, सीने में जलन खून की कमी, आंतों में सूजन, भूख कम लगना, स्किन में काले चकत्ते पड़ना मुँह में लगातार छालें का रहना । मल व मूत्र में रक्त आना, थकावट, कमजोरी जी मिचलाना, घबराहट, अनिद्रा, बुखार, लगना, चमड़ी में काले चकत्ते पड़ना (स्किन कैंसर)
नकली व असली खोये में पहचान– नकली खोए में आयोडीन मिलाने पर रंग नीला पड़ जाता है । यदि रंग पीला पड़ जाए तो खोया असली है। नकली खोया खाने पर जबान में घी जैसा चिपक जाता है। मिलावटी खोया रगड़ने पर चिकनाई देता है। मिलावटी खोये को गरम करने पर अत्यधिक घी निकलता है। हाथ में रगड़ने पर असली खोए के दाने अलग-अलग हो जाते है। आरोग्य धाम के डॉo हेमन्त मोहन ने फूड एवं ड्रग अर्थोरटी (एफ०डी०ए०) से मांग की है त्योहार के मौके पर शरीर से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है। संगोष्ठी में चिकित्सकों ने घर में दूध से ताजा खोया निकालने के लिए शहरवासियों को स्वास्थ्य के लिए लाभकारी बताया। संगोष्ठी में डॉ० रवीन्द्र शुक्ला, डॉ0 अभिषेक सिंह, डॉ० सुनील सिंह, डॉ० अंकेश अरोड़ा, डॉ० प्रज्ञा पाण्डेय डायटीशियन शीला चौबे आदि रहे

काशी में मसाने (महाश्मशान) की होली पर विवाद, महिलाओं के शामिल होने पर लगा प्रतिबंध

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वाराणसी : उत्तर प्रदेश के वृंदावन के साथ काशी में मनाई जाने वाली होली विश्व प्रसिद्ध है। होली के पर्व से पहले काशी में होने वाली होली के पारंपरिक आयोजन की तैयारी बेहद ही जोरो शोर से की जा रही है। रंगभरी एकादशी पर बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में होने वाली होली के एक दिन बाद होने वाली महाश्मशान की होली यानी मसाने की होली पर विवाद खड़ा हो गया है।

दरअसल विगत कुछ सालों में धधकती चिताओं के बीच खेले जाने वाली मसाने की होली को लेकर काशी के संतो और विद्वानों ने इसे शास्त्र सम्मत नहीं बताया है। वही दूसरी ओर महाश्मशान पर जलती हुई चिताओं के बीच खेले जाने वाली होली के दौरान महिलाओं को महाश्मशान से दूर रहने की अपील की गई। वही महाश्मशान पर होने वाली होली के दौरान नशा कर हुड़दंग करने वालो को भी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

क्यों खेली जाती है जलती हुई चिताओं के बीच चिता भस्म की होली…

काशी के मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर रंगभरी एकादशी के दिन से होली का आयोजन शुरू हो जाता है। चिताओं के भस्म से होली खेले जाने के पीछे महाश्मशान पर होली का आयोजन करवाने वाले आयोजक गुलशन कपूर के अनुसार बाबा श्री काशी विश्वनाथ शिवरात्रि के बाद रंगभरी एकादशी को माता गौरा का गौना करवाने के लिए ससुराल जाते है। जहां काशीवासी बाबा श्री काशी विश्वनाथ और माता गौरा के साथ गुलाल से होली खेलते है।

वही रंगभरी एकादशी के एक दिन बाद भगवान शिव अपने गण ( भूत, पिशाच, आदि) के साथ होली खेलने के लिए महाश्मशान में चिताओं के भस्म से होली खेलते है। ऐसे में मणिकर्णिका घाट पर बाबा मशाननाथ पर गुलाल और चिताओं के भस्म चढ़कर काशी के लोग भगवान शिव के गण के रूप में भस्म से होली खेलते है। गुलशन कपूर की माने तो पहले इस होली को काशी के लोग ही खेलते थे,लेकिन डिजिटल दुनिया में इसका प्रचार -प्रसार ज्यादा होने से बाहर से लोग भी इस अनोखी परंपरा को जानने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचने लगे है और इस अनोखे और पारंपरिक होली में शामिल होने लगे है।

संतो के साथ काशी के विद्वान क्यों कर रहे है विरोध..…

वही दूसरी ओर काशी के संत और शास्त्र के जानकार इसे मात्र एक आयोजन बता रहे है और इसका विरोध कर रहे है। काशी विद्वत परिषद और सनातन रक्षक दल के साथ एक मंच पर कई संगठनों ने इस परंपरा को शास्त्र सम्मत न होने का दवा किया हुआ। इस आयोजन को लेकर काशी विद्वत परिषद के महामंत्री रामनारायण द्विवेद ने बताया कि शास्त्र में कही भी धधकती चिताओं के बीच होली खेलने का उल्लेख नहीं है।

अघोरी और नागा साधु महाश्मशान में बाबा मशाननाथ पर गुलाल और भस्म चढ़ाते है। उन्होंने दावा किया कि विगत कुछ सालों में इसे एक आयोजन के रूप में कुछ लोगो ने बना दिया और बाबा मशाननाथ के मंदिर के बाहर जलती हुई चिताओं के बीच भस्म से होली खेलने की परंपरा शुरू कर दिया। वही जो स्थान मातम और मोक्ष का होता है वहां कुछ लोगों के द्वारा डीजे बजाकर भीड़ जुटाई जाने लगी है, जबकि मशाननाथ के मंदिर में होने वाली होली में गृहस्थ जीवन यापन करने वालो के लिए नहीं है। कुछ ऐसे लोग है, जो अपने निजी फायदे के लिए इस आयोजन को परंपरा का नाम दे रहे है। जिसका विरोध काशी का संत समाज और काशी विद्वत परिषद के साथ सनातन धर्म के कई संगठन कर रहे है।

जानिए कब होगा काशी के महाश्मशान पर होली का आयोजन…

काशी में दो स्थानों पर श्मशान घाट पर होली का आयोजन होता है। इस बार 10 मार्च को रंगभरी एकादशी के साथ हरिश्चंद्र घाट पर चिता भस्म की होली का आयोजन होगा। इसकी झांकी बाबा कीनाराम आश्रम से निकल हरिश्चन्द्र घाट पहुंचती हुआ। वही काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर 11 मार्च को चिता भस्म की होली का आयोजन किया जाएगा। जबकि 13 मार्च को होलिका दहन और 14 मार्च को होली का पर्व मनाया जाएगा।

किसान सम्मान समारोह” में प्रधानमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19वीं किश्त जारी

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राधाकृष्ण शुक्ला

कानपुर (नगरसंवाद)। सोमवार को भागलपुर, बिहार में आयोजित हुये “किसान सम्मान समारोह” में प्रधानमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पी०एम० किसान) की 19वीं किश्त जारी किये जाने के कार्यक्रम का प्रसारण जनपद स्तर पर लाल बहादुर शास्त्री सभागार, प्रसार निदेशालय स्थित, चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर में, विकास खण्ड स्तर पर जनपद के समस्त विकास खण्ड के सभागार में तथा ग्राम पंचायत स्तर पंचायत भवन में अपरान्ह 02:00 बजे से 03:30 बजे तक किया गया। जनपद स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में रमेश अवस्थी, सांसद, लोकसभा कानपुर नगर; श दिनेश चन्द्र राय, प्रतिनिधि  सांसद, लोकसभा अकबरपुर;  दीप नारायण पाण्डेय” दीपू”, जिलाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी;  राजेश कुमार, अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) एवं  प्रदीप दीक्षित, परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, कानपुर नगर उपस्थित रहें साथ ही इस अवसर पर  सांसद द्वारा सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन एवं इनसीटू योजनान्तर्गत कस्टम हायरिंग सेन्टर स्थापित करने वाले  कार्तिकेय शुक्ला, विकास खण्ड चौबेपुर एवं  रामविलास, विकास खण्ड कल्यानपुर को ट्रैक्टर की प्रतीकात्मक चाबी देकर वितरण किया गया।

इस अवसर पर चौधरी अरूण कुमार, उप कृषि निदेशक सहित कृषि विभाग के जिला स्तरीय अधिकारीगण सहित लगभग 200 प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे।

वेद शास्त्र उपनिषद की त्रिवेणी हैं श्रीमद्भागवत कथा : अनूप ठाकुर

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हरदोई (नगर संवाद)।  हरदोई के ग्राम असलापुर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस में सुप्रसिद्ध कथावाचक अनूप ठाकुर जी महाराज ने कथा को सुनाते हुए कहा कि वेद शास्त्र उपनिषद की त्रिवेणी भागवत की कथा है, भागवत कथा में वेदों एवं शास्त्रों एवं उपनिषद का सार समाहित है। महाराज श्री ने कहा कि अपने आप को पूरी तरह से परमात्मा के चरणों में समर्पित करने वाले व्यक्ति का कल्याण कोई रोक नहीं सकता, धन को धर्म में लगाने से जीव का कल्याण होता है। मनुष्य धर्म किए बिना धर्म का फल चाहता है , लेकिन उसे पहले धर्म मार्ग पर चलना होगा तभी उसका कल्याण होगा परहित सरिस धर्म नहिं भाई संसार में दूसरों का हित करने से बढ़कर कोई धर्म नहीं है.

इसी साथ व्यास अनूप ठाकुर ने कहा कि एक समय देवर्षि नारद शांति की खोज में भ्रमण करते हुए मृत्युलोक में पहुंचे जहां उन्हें अशांति ही अशांति नजर आई जब वह वृन्दावन पहुंचे। तब उन्हें कुछ शांति प्राप्त हुई भ्रमण करतें हुए वह जब यमुना जी के किनारे पहुंचे तब उन्होंने ने देखा बहुत सी सुंदरियों के बीच एक परम सुंदरी बैठी है। जिसके पास दो बूढ़े पुरुष लेटे हैं, जिनके तरूण होने का निवेदन उस देवी ने नारद जी से किया नारद जी ने काफी प्रयत्न किये लेकिन सफल नहीं हुए तब उन्हें सनत कुमारों ने बताया कि उन्हें भागवत जी की कथा सुनाई जायें तों उनका बुढ़ापा दूर हों सकता है। वहीं किया गया जिससे वे बूढ़े पुरुष ज्ञान वैराग्य का बुढ़ापा दूर हुआ उनकी मैया भक्ति को अपार खुशी प्राप्त हुई।

इसी के साथ व्यास अनूप ठाकुर ने कहा कि मनुष्यों के साथ साथ भागवत कथा प्रेतों का भी उद्धार करतीं हैं। जब गोकर्ण का भाई धुंधकारी प्रेत योनि में चला गया तब उसका कल्याण भागवत की कथा सुनकर हीं हुआ। भागवत कथा कलयुग में संजीवनी बूटी के समान हैं भागवत कथा प्राणीमात्र के उध्दार का साधन है ।

लोन वाली शादी, रिकवरी एजेंट बना दूल्हा….

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बिहार। वायरल वीडियो में बताया गया है कि यहाँ एक व्यक्ति पर लोन था तो लोन रिकवरी एजेंट उसके घर लोन की वसूली करने आया करता था,

मामला जमुई, बिहार का है. धीरे धीरे लोन वसूली एजेंट और उस व्यक्ति की पत्नी के बीच प्यार हो गया,

अब लोन वसूली एजेंट ने उस व्यक्ति की पत्नी से शादी कर ली है,क्षेत्र में इस शादी को लोन वाली शादी के नाम से पुकारा जा रहा है 

इस कहानी से दो सीखें मिलती हैं,

पहली,अपनी EMI टाइम से भरो जो कोई रिकवरी एजेंट घर न आ पाए,

दूसरी,अगर हर जगह से हार चुके हो तो एक बार लोन रिकवरी एजेंट बनकर भी देख लो, शायद विवाह हो जाए…..

लोन वाली शादी

कृषि सूचना तंत्र जागरूकता एवं रबी कृषि निवेश मेला का आयोजन

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राधाकृष्ण शुक्ला

कानपुर (नगर संवाद)।  कृषि सूचना तंत्र का सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत विकास खण्ड स्तरीय रबी कृषि निवेश मेला का आयोजन विकास खण्ड परिसर, पतारा में किया गया। मेले में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती सरोज कुरील,  विधायक घाटमपुर तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती कोमल सिंह, ब्लाक प्रमुख, पतारा उपस्थित रहीं। मेला का मुख्य उद्देश्य कृषकों की आय दोगुना किये जाने सम्बन्धी कार्य / रणनीति को कृषकों तक पहुँचाना है, जिस हेतु कृषि तथा कृषि से सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग में चलायी जा रही योजनाओं के सम्बन्ध में कृषकों को अवगत कराया साथ ही कृषकों को अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ उठाने हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर श्री चौधरी अरूण कुमार, उप कृषि निदेशक सहित कृषि तथा कृषि से सम्बन्धित विभागों के विकास खण्ड स्तरीय अधिकारी एवं विकास खण्ड पतारा के लगभग 200 प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे।